हरियाणा के फरीदाबाद स्थित सूरजकुंड मेला ग्राउंड में 12 से 14 दिसंबर तक राष्ट्रीय गुर्जर महोत्सव का आयोजन होगा। यह आयोजन गुर्जर आर्ट एंड कल्चर ट्रस्ट के तत्वावधान में किया जा रहा है। जिसमें इस बार देशभर से समाज के 20 लाख से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है। बुधवार को पिंक सिटी प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के प्रदेशाध्यक्ष जोगिंदर सिंह अवाना ने इसकी जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यह लगातार चौथा साल है, जब सूरजकुंड मेला ग्राउंड में इस महोत्सव का आयोजन हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक आयोजन में गुर्जर समाज की सभ्यता, संस्कृति, कला, रहन-सहन, खानपान और पारंपरिक वेशभूषा का भव्य प्रदर्शन किया जाएगा। इसके साथ ही समाज के उन प्रतिभावान लोगों को भी सम्मानित किया जाएगा। जिन्होंने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर समाज का नाम रोशन किया है।
अवाना ने बताया कि गुर्जर समाज केवल हिंदू धर्म तक सीमित नहीं है, बल्कि मुस्लिम और सिख धर्मों में भी बड़ी संख्या में मौजूद है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों से समाज के लोग इस आयोजन में भाग लेंगे।
राजस्थान से आने वाले समाजजनों के लिए विशेष पंडाल बनाया जाएगा, जिसे भगवान देवनारायण पंडाल नाम दिया गया है। अवाना ने बताया कि पिछले वर्ष लगभग 20 लाख लोग इस महोत्सव में शामिल हुए थे, जबकि इस बार यह संख्या और अधिक होने की उम्मीद है।
अवाना ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य युवा पीढ़ी को समाज के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति से जोड़ना है। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि हमारी नई पीढ़ी जाने कि हमारे पूर्वजों की क्या परंपराएं रही हैं और समाज ने किन-किन क्षेत्रों में योगदान दिया है।
इस दौरान भगवान देवनारायण की जन्मस्थली मालासेरी डूंगरी के पुजारी हेमराज पुजारी, गुर्जर आर्ट एंड कल्चर ट्रस्ट से जुड़े दिवाकर विधूड़ी, सहित कई समाजसेवी और पदाधिकारी मौजूद रहे।